Bribery cases in Haryana

Bribery cases in Haryana: हरियाणा में रिश्वत लेते कई अधिकारी काबू, देखें कौन-कौन है शामिल

Bribery cases in Haryana

Bribery cases in Haryana

Bribery cases in Haryana-  हरियाणा राज्य विजिलेंस ब्यूरो (Haryana State Vigilance Bureau) ने पिछले 24 घंटों में  1.95 लाख रुपये की रिश्वत लेने और मांगने के आरोप में छ: आरोपियों को काबू किया जिनमें एक कार्यकारी अभियंता, जूनियर इंजीनियर, एक पुलिसकर्मी, एक रजिस्ट्री क्लर्क, पटवारी और एक कंप्यूटर ऑपरेटर (One Executive Engineer, Junior Engineer, One Policeman, One Registry Clerk, Patwari and One Computer Operator) शामिल हैं। इन सभी आरोपियों को अंबाला, गुरूग्राम और यमुनानगर जिलों में अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किया गया है।

विजिलेंस ब्यूरो (Vigilance Bureau) के प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी साझा करते हुए बताया कि पहले मामले में वीरेंद्र चीमा, पटवारी हल्का नग्गल, अंबाला को 25 हजार रुपये रिश्वत के साथ पकड़ा गया है। आरोपी पटवारी जमीन की खेवट अलग करने की एवज में रिश्वत ले रहा था। जब पटवारी ने रिश्वत की मांग की तो शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो (Vigilance Bureau) का दरवाजा खटखटाया। शिकायत का सत्यापन करने के बाद टीम ने जाल बिछाया और पटवारी को रिश्वत की रकम के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

एक अन्य मामले में गांव हयातपुर गुरुग्राम (Gurugram) स्थित प्लाट के आपसी हस्तांतरण के एवज में 80 हजार रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में विजिलेंस ब्यूरो ने उप तहसील कादीपुर गुरुग्राम के कार्यालय में तैनात रजिस्ट्री क्लर्क वेद प्रकाश को गिरफ्तार किया है।

एक अलग मामले में ब्यूरो की टीम ने अनंत राम की शिकायत पर हरियाणा कौशल रोजगार निगम के कंप्यूटर ऑपरेटर चंद्र शेखर सहित नवीन कुमार यादव, एक्सईएन सिंचाई विभाग को 5000 रुपये की रिश्वत लेेने के आरोप में काबू किया।

आरोपी कंप्यूटर ऑपरेटर जो हरियाणा कौशल रोजगार निगम (Haryana Skill Employment Corporation) के तहत कार्यालय एक्सईएन, सिंचाई गुरुग्राम में कार्यरत है, रिश्वत की मांग कर रहा था। आरोपी चंद्र शेखर को शिकायतकर्ता का ठेकेदार लाइसेंस (निर्माण) तैयार करने में मदद करने के एवज में शिकायतकर्ता से 5000 रुपये रुपये लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी नवीन कुमार यादव, एक्सईएन को भी पैसे मांगने व पूर्व में ठेकेदार लाइसेंस (निर्माण) जारी करने के संबंध में रिश्वत के रूप में 20,000 लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।  

एक अन्य मामले में, एक विजिलेंस (Vigilance) ने कनिष्ठ अभियंता मुकेश बागवानी विंग नगर निगम (Municipal Corporation), गुरुग्राम को बागवानी विंग के पास लंबित बिलों का भुगतान करने की एवज में शिकायतकर्ता से 60,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।

इसी प्रकार ब्यूरो की टीम ने थाना रादौर में दर्ज एक दुर्घटना के मामले में जांच प्रक्रिया पूरी करने के एवज में 5000 रुपये रिश्वत लेते हुए जिला यमुनानगर में तैनात हेड कांस्टेबल अजय कुमार को गिरफ्तार किया है।
सभी आरोपियों के खिलाफ ब्यूरो के संबंधित थानों में मामला दर्ज किया गया है।

 

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